Intraday Trading के प्रकार – Intraday Trading Kitne Prakar ke Hote Hain

By kaisekre.in Sep 22, 2023

Intraday Trading के प्रकार  – Intraday Trading Kitne Prakar ke Hote Hain

Intraday Trading kitne Prakar ke hote Hain – Intraday Trading सभी Stock Market में trade लेने वालो को बहुत परेशान करती है। आप में से ज्यादातर लोगो को लगता होगा की शेयर मार्केट में Intraday Trading सिर्फ एक तरह की ही होती होगी।

जिसमे उसी दिन किसी stock के शेयर को खरीदो और उसी दिन Profit book करके बेच दो।

दोस्तो लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नही है। Stock market में Trading को समझना इतना आसान भी नही है।

क्या आप जानते है कि ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है? यदि नही तो आप हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़े। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद आपको कुछ ऐसा पता चलेगा कि आपको यकीन नही होगा।

>>Intraday Trading क्या होती हैं?

>>Intraday Trading कैसे सीखे?

Intraday Trading के प्रकार – Types of Intraday Trading in Hindi

दोस्तो यदि आपको भी लगता है कि Stock Market में Trading सिर्फ एक या दो प्रकार की ही होगी तो ऐसा बिल्कुल भी नही है।

Share Market में ट्रेडिंग कई प्रकार की होती है जो इस प्रकार है

  • Stock Market Trading.
  • Commodity Trading
  • क्रिप्टो करेंसी Trading.
  • डेरिवेटिव Trading
  • Options Trading.
  • Future Trading.
  • Intraday Trading.
  • एल्गोरिथमिक Trading
  • पोजिशन Trading
  • स्विंग Trading
  • Margin Trading
  • Scalping Trading

यहां आपने स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के प्रकार को जाना है। चलिए हम इनके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते है।

# Stock Market Trading

Stock Market में किसी stocks को खरीदना और बेचना ही ट्रेडिंग कहलाता है। यदि किसी कंपनी को पैसे की जरूरत होती है तो वह या तो बैंक से कर्ज ले सकते है या फिर किसी प्राइवेट लिमिटेड से lone le सकते है यदि वे किसी तीसरी विकल्प को ढूढते है तो उनके लिए शेयर बाजार सबसे अच्छा विकल होता है।

किसी भी कंपनी को शेयर मार्केट से पैसे लेने के लिए अपनी Company के कुछ % शेयर को स्टॉक मार्केट में लिस्ट करना पड़ता है और जिसके पास ज्यादा शेयर होगे उसका कम्पनी में उतने ही प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी।

स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग दो प्रकार से कर सकते है

  • किसी भी शेयर को उसी दिन खरीदकर उसी दिन बेचकर पैसा कमाया जाता है।
  • Delevery में किसी कंपनी के stock को खरीदकर long term के लिए होल्ड करके stock market में ट्रेडिंग कर सकते है।

# Commodity Trading

कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) यह एक ऐसा मार्केटप्लेस है जहां शेयर मार्केट के निवेशक मसाले, ऊर्जा, कीमती धातु, कच्चे तेल जैसी कई कमोडिटीज़ और वस्तुओं व्यापार में ट्रेड करते हैं।

हाल ही में भारत सरकार ने फॉरवर्ड मार्केट ऑफ कमीशन को लगभग 120 वस्तुओं को भारत के भीतर व्यापार करने की अनुमति मिली हैं।

# क्रिप्टो करेंसी Trading

Cripto Currency trading को Forex Trading भी कहते है। Currency Trading में किसी stocks के बदले सीधे किसी देश की currency में ट्रेडिंग होती है।

Bitcone, USSD, Shiv coin, Tron जैसे Coins करेंसी ट्रेडिंग में शामिल है। पहले भारत में Currency Trading करना गैर कानूनी अपराध था और इसी वजह से भारत सरकार ने कई करेंसी ट्रेडिंग applications को भारत में पूर्ण रूप से बैन कर दिया है।

हालाकि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार आप कुछ करेंसी में ट्रेंडिंग कर सकते है।

# डेरिवेटिव Trading

डेरिवेटिव ट्रेडिंग – इस ट्रेडिंग में आपको कैश मार्केट में अपनी पोजीशन बनाने और ट्रेड को हेज करने का मोका मिलता है।

जैसे कि अगर आप कैश मार्केट में पोजीशनल स्टॉक खरीदते हैं, तो आप डेरिवेटिव मार्केट में एक पुट विकल्प खरीद सकते हैं।

ऐसे में अगर आपको स्टॉक मार्केट में loss हो जाता है, तो आपके पुट option की वैल्यू बढ़ जाएगी और आपका profit हो जायेगा।

# Options Trading

Options trading – Options Treding को आप Stock Market में Stocks और Index दोनो में कर सकते है।

Options trading करने के लिए आपको किसी भी stocks या फिर Index यानी कि निफ्टी 50, Bank Nifty के Optine Chain में जाकर एक strick prize की CE या फिर PE को buy और sell करके Options में trading कर सकते है।

# Future Trading

Future Trading – Fetuters Trading एक तरह से Options Treding के जैसी ही है। Options trading में आप किसी primium को Buy और Sell करके weekly Expiry तक Hold कर सकते है और जैसी ही weekly Expiry का दिन आएगा आपका Primium जीरो हो जायेगा।

ठीक उसी तरह Futures trading में आप किसी primium को एक week से ज्यादा के लिए Buy और Sell करके होल्ड कर सकते है और आपको जैसे ही प्रॉफिट होगा आप अपना Profit को book करके अपनी ट्रेड से exit ले सकते है।

#Intraday Trading

Intraday Trading – Intraday ट्रेडिंग में आपकी किसी कम्पनी के Stocks या फिर निफ्टी 50, Bank Nifty Index के primium में ट्रेड लेते हो।

Intraday Trading में आप जो भी स्टॉक को खरीदे या बेचे शाम को 3:15 तक अगर आप अपनी Posotion से Exit नही लेते है तो आपका Broker आपकी position को खुद ही Exit कर देता है।

यानी की Intraday trading में आप किसी भी स्टॉक को खरीदे लेकिन आपको शाम को 3:15 से पहले सेटलमेंट करना ही पड़ेगा।

# एल्गोरिथमिक Trading

Algorithmic Trading – यह ट्रेडिंग एक तरह की AI Generated Trading होती है। इस ट्रेडिंग में Computer में पहले से Trading को Program कर दिया जाता है, की कब Buy होना है, कब Position से Exit होना है, Stoploss कितने का होगा सब कुछ fix होता है।

इस ट्रेडिंग को Imotionless ट्रेडिंग भी कहते है क्योंकि इस ट्रेडिंग में Imotion का कोई हाथ नही होता है। जैसा प्रोग्राम Computer में Fix किया जाता है ठीक उसी प्रकार आपकी ट्रेडिंग ऑपरेट होते है।

वर्तमान में Zerodha Kite, Angel One जैसे Broker इस एल्गोरिथमिक trading को करा रहे है।

# पोजिशन Trading

Posion Trading – पोजिशनल ट्रेडिंग एक ऐसी trading है इसमें एक ट्रेडर किसी भी स्टॉक्स को एक लम्बे समय तक होल्ड करके रख सकता है

इस सेगमेंट में आप शेयर को एक दिन, एक हफ़्ता या कुछ महीनों और ज्यादा से ज्यादा 1 साल तक अपने डीमैट खाते में होल्ड करके रख सकते हैं और फिर उन्हें बेच कर प्रॉफिट कमा सकते हैं।

# स्विंग Trading

स्विंग ट्रेडिंग एक प्रकार का ट्रेडिंग सिस्टम है जहां ट्रेडर एक दिन से अधिक समय के लिए स्टॉक को खरीदकर अपनी पोजीशन रखते हैं।

आप स्टॉक को कुछ दिन तक या फिर कुछ सप्ताह के लिए अपने डेमिट account में होल्ड करके रख सकते हैं।

# Margin Trading

मार्जिन ट्रेडिंग एक स्टॉक मार्केट का बहुत बढ़िया फीचर है, जो स्टॉक मार्केट के सभी Indraday इन्वेस्टर्स को अधिक स्टॉक खरीदने की अनुमति देता है।

Margin Trading के द्वारा कोई भी ट्रेडर मार्केट की कीमत के बजाय मार्जिनल कीमत पर स्टॉक को खरीदकर उच्च रिटर्न पाने के बाद उसे बेचकर profit कमाते है।

यदि आप Intraday ट्रेडिंग करते है तो Margin Trading आपके लिए ट्रेडिंग करने का सबसे अच्छा तरीका है ।

यदि आपके पास पैसे कम है तो आपका ब्रोकर उस स्टॉक खरीदने के लिए आपको पैसे उधार देगा और जब आप अपनी पोजीशन से Exit लेते है तब आपका ब्रोकर अपने पैसे वापस लेकर आपको profit आपके डीमेट अकाउंट में जोड़ देता है।

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# Scalping Trading

Scalping trading – इस ट्रेडिंग को एक Intraday ट्रेडर या फिर एक Options Trader सबसे ज्यादा इस्तेमाल करता है।

इसमें एक ट्रेडर अपनी पोजीशन को 10 सेकंड से लेकर 20 मिनट या इससे ज्यादा देर के लिए होल्ड कर सकता है और जैसे ही आप प्रॉफिट में आते है या फिर आपका Stoploss hit होता है आप अपनी पोजीशन से बाहर हो जाते है।

आज स्टॉक मार्केट में जिसके पास ज्यादा पैसा है और वो अपना पैसा गवाना नहीं चाहते है वे सभी Scalping trading का इस्तेमाल करके लाखो रुपए मिनटों में कमा लेते है क्योंकि वो सिर्फ अपने setup और Moment को पकड़ते है।

जैसे ही उनको अपना setup बनता दिखता है वे अपनी ट्रेड को तुरंत buy और sell करके Profit book कर लेते है।

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आपको हमारे इस आर्टिकल Intraday Trading के प्रकार ( Intraday Trading Kitne Prakar ke Hote Hain) में बताई गई जानकारी कैसी लगी हमे comment बॉक्स में जरूर बताएं।

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